जाह्रवी को शुभकामनाएं देते हुए अर्जुन बोले- उनकी मां के निधन के बाद मेरा उनकी जिंदगी में जाना जरूरी था

 जाह्नवी कपूर 23 साल की हो गई हैं। इस मौके पर उनके बड़े भाई अर्जुन, बहन अंशुल और पिता बोनी कपूर ने उनके प्रति अपने जज्बात दैनिक भास्कर के साथ शेयर किए। अर्जुन कहते हैं- जाह्नवी और खुशी को छोटी सी उम्र में मां को खोने का जो सदमा सहन करना पड़ा, वह उनके लिए बहुत ही शॉकिंग था। मैं खुद इस दु:ख से गुजरा हूं तो अच्छे से समझ सकता हूं। उस समय उनके साथ जो परिस्थिति थी, उसकी वजह से मुझे और अंशुला को उनकी जिंदगी में आना जरूरी था।


एक सेकंड के लिए आप भी उनकी उस स्थिति को सोचें। अगर उनकी मां मौजूद होतीं तो वैसी सिचुएशन में हम उनकी जिंदगी से दूर भी रहते तो चलता। मगर उस समय उन्हें प्यार और अपनेपन की जरूरत थी। इस असलियत को हम झुठला नहीं सकते। प्यार बांटना बुरी बात नहीं है। उस दु:खद घटना से पहले हमें उनकी जिंदगी में जाने की जरूरत ही नहीं पड़ी थी। न उन्हें जरूरत पड़ी थी हमारी जिंदगी में आने की। हमें अलग-अलग दुनिया में को-एग्जिस्ट करने का कंफर्ट हासिल था। यकायक उनकी मां के निधन के बाद स्थितियां ऐसी बनीं कि हम लोगों की दुनिया एक हो गई। 



ऐसी स्थिति में दो ही चीजें हो सकती थीं कि या तो आप पूरी तरह नकार दें कि हम एक नहीं हो पाएंगे या फिर हरएक दिन कोशिश करें और देखें कि चीजें कहां तक पहुंचती हैं? हमारे मामले में भी यही प्रॉसेस हुआ था। हर चीज को थोड़ा वक्त लगता है। यहां भी थोड़ा समय लगा। अच्छी बात यह है कि उस समय में हम सब एक-दूसरे के साथ थे और आज भी हैं। मैं अपने परिवार के लिए वक्त निकालता हूं। परिवार पर हमला करने वालों को मैं कतई नहीं बख्शता, इसलिए जाह्नवी के ट्रोलर्स को करारा जवाब भी दे देता हूं।


जाह्नवी की फिल्मों में एंट्री के बाद क्रिटिक्स को फिर से नेपोटिज्म पर बोलने का मौका मिल गया था। फिल्मों में ही नेपोटिज्म को लेकर बातें उठाई जाती हैं, बाकी फील्ड में अगर कोई डिग्री लेकर अपने परिवार या मां-पिता की लेगेसी को आगे बढ़ाए तो वहां नेपोटिज्म की बातें नहीं उठतीं। वहां यह बड़ी नॉर्मल और स्वाभाविक प्रक्रिया मानी जाती है। हमारी फील्ड में ऐसा हो तो बवाल मच जाता है। ऐसा शायद इसलिए होता है कि यह शो बिज है। सबकी नजर हम पर रहती है।


हमारी बोन्डिंग वैसी ही, जैसी नॉर्मल बहनें होती हैं: अंशुला


अंशुला ने इस अवसर पर कहा- मेरी छोटी बहन जाह्नवी को उसके बर्थडे पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं। उसकी मेरी और खुशी (छोटी बहन) की बॉन्डिंग बिल्कुल वैसी ही है, जैसी नॉर्मल बहनों में होती है। हम तीनों किसी मौके को सेलिब्रेट करने और पार्टी करने जाते हैं तो वही सब करते हैं जो हर फैमिली में होता है। थोड़ी सी नोंक-झोंक और बहुत सारा खाना। 


हमारी पूरी फैमिली खाने की बहुत शौकीन है। क्योंकि हम पंजाबी हैं। जाह्नवी भी हम लोगों की तरह ही फूडी है। हमारे घर में, दादी के घर पर, अनिल चाचू के यहां हर जगह हमें स्पेशल खाना मिलता है। हमारे घरों में खाने की टेबल हमारे लिए सबसे फनी पॉइंट होता है। जब बाहर जाते तो हम देश-दुनिया के अपडेट्स, करियर अपडेट्स, लाइफ अपडेट्स पर बात करते हैं। वीकेंड पर अगर कोई फिल्म देखी हो तो उसके बारे में चर्चा करते हैं।



मुझे और खुशी-जाह्नवी को पेट्स बहुत पसंद है। हम आउटिंग जाते हैं तो एक-दूसरे को अपने डॉग्स की तस्वीरें दिखाते हैं। पेट्स की केयर पर बात करते हैं।  हमने यदि कभी इंस्टाग्राम पर कुछ खास देख लिया तो फिर उस पर ही बात करते रह जाते हैं। किसी को कोई बैग, लिपस्टिक या ड्रेस फेवरेट लगी तो उस पर डिस्कस करते हैं। जब भी हम मिलते हैं तो ऐसे ही हल्की-फुल्की बातें होती हैं। ऑलमोस्ट हमारी हर कन्वर्सेशन खाने पर जरूर होती है।


बेटी पर मेरा आशीर्वाद सदा है और रहेगा: बोनी कपूर


बोनी कपूर ने कहा- बेटी पर मेरा आशीर्वाद सदा से है और सदा बना रहेगा। अभी मैं चेन्नई में फिल्म की शूटिंग कर रहा हूं, लेकिन उनके बर्थडे पर मुंबई आ जाऊंगा। बर्थडे सेलिब्रेशन के तौर पर हम चार लोग मैं, अर्जुन, अंशुला और जान्हवी एक टेबल पर बैठकर खाना खाएंगे। खुशी न्यूयॉर्क में है, वरना साथ में वह भी होती। मैंने हाल ही में उसकी फिल्म ‘गुंजन सक्सेना’ देखी और खुशी से मेरा दिल भर आया। यही वह प्यारी सी याद है जो मुझे खुशियों से भर देती है, इसमें उसने कमाल का अभिनय किया है।